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बालाजीरकादि कषायम तरल रूप में एक बहुत प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है। इसे बालाजीरकादि कषाय के नाम से भी जाना जाता है। यह दवा केरल आयुर्वेद पद्धति के आधार पर तैयार की गई है।
बालाजीरकादि कषायम लाभ:
इसका उपयोग श्वसन संबंधी स्थितियों जैसे ब्रोन्कियल अस्थमा, खांसी, सर्दी आदि के उपचार में किया जाता है।
बालाजीरकादि कशायम खुराक:
- खुराक 12-24 मिली है, भोजन से पहले, लगभग 6-7 बजे और शाम 6-7 बजे या आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशानुसार।
- आमतौर पर कषाय में बराबर मात्रा में पानी मिलाने की सलाह दी जाती है।
- शहद को आमतौर पर इस दवा के साथ सह-पेय के रूप में लेने की सलाह दी जाती है।
- यह टैबलेट के रूप में भी उपलब्ध है।
पथ्या: हल्का भोजन लेना है।
सहायक: वायु गुलिका या पिप्पली चूर्ण।
बालाजीरकादि कषाय के साइड इफेक्ट्स:
इस दवा का कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है।